एक उग्र किशोर प्रलोभिका, उसकी ज्वलंत आकृतियाँ आग की तरह चमकती हैं, उसकी रसीली गहराइयों में डूब जाती हैं, उसकी उंगलियाँ आत्म-भोग की एक एकल सिम्फनी में नाचती हैं। उसका कोय क्रेसेंडो एक विस्फोटक चरमोत्कर्ष में समाप्त होता है, जिससे उसकी सांसें थम जाती हैं और वह संतुष्ट हो जाती है।.