एक प्रमुख व्यवसायी नियंत्रण लेता है, अपने सचिव को उसे खुश करने का आदेश देता है। वह उत्सुकता से बाध्य होती है, जिससे उसके बुलबुले वाले बट और कुशल मौखिक प्रतिभा का पता चलता है। उसकी कमांडिंग निगाहों से एक संतोषजनक चरमोत्कर्ष होता है, जिससे उसका चेहरा उसकी रिहाई से सजीव हो जाता है।.